"आँखें फाड़कर देखना": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
(''''आँखें फाड़कर देखना''' एक प्रचलित कहावत लोकोक्ति म...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
छो (Text replacement - "{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}}" to "{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}}{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे2}}")
 
(एक दूसरे सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया)
पंक्ति 3: पंक्ति 3:
'''अर्थ'''- आश्चर्य मिश्रित विकलता से देखना।
'''अर्थ'''- आश्चर्य मिश्रित विकलता से देखना।


'''प्रयोग'''- इस [[पहाड़ी बोली|पहाड़ी]] से जब तुम ऊपर उड़ोगे तब तुम्हारा उड़ना देखकर सिद्धों की भोली-भोली स्त्रियाँ  [[आँख |आँखें]] फाड़ फाड़कर तुम्हारी ओर देखती हुई सोचेंगी कि  कहीं पहाड़ की चोटी को [[पवन]] तो नही उड़ाए लिए चला जा रहा है। - (सीताराम चतुवर्वेदी)
'''प्रयोग'''- इस पहाड़ी से जब तुम ऊपर उड़ोगे तब तुम्हारा उड़ना देखकर सिद्धों की भोली-भोली स्त्रियाँ  [[आँख |आँखें]] फाड़ फाड़कर तुम्हारी ओर देखती हुई सोचेंगी कि  कहीं पहाड़ की चोटी को [[पवन]] तो नही उड़ाए लिए चला जा रहा है। - (सीताराम चतुवर्वेदी)




पंक्ति 10: पंक्ति 10:
<references/>
<references/>
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}}
{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}}{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे2}}
[[Category:हिन्दी मुहावरे एवं लोकोक्ति कोश]]
[[Category:हिन्दी मुहावरे एवं लोकोक्ति कोश]]
[[Category:कहावत लोकोक्ति मुहावरे]]
[[Category:कहावत लोकोक्ति मुहावरे]]
[[Category:साहित्य कोश]]
[[Category:साहित्य कोश]]
__INDEX__
__INDEX__

12:10, 20 अप्रैल 2018 के समय का अवतरण

आँखें फाड़कर देखना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।

अर्थ- आश्चर्य मिश्रित विकलता से देखना।

प्रयोग- इस पहाड़ी से जब तुम ऊपर उड़ोगे तब तुम्हारा उड़ना देखकर सिद्धों की भोली-भोली स्त्रियाँ आँखें फाड़ फाड़कर तुम्हारी ओर देखती हुई सोचेंगी कि कहीं पहाड़ की चोटी को पवन तो नही उड़ाए लिए चला जा रहा है। - (सीताराम चतुवर्वेदी)


टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

कहावत लोकोक्ति मुहावरे वर्णमाला क्रमानुसार खोजें

                              अं                                                                                              क्ष    त्र    श्र