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#ऐसी भाँग छानना जिससे तेज़ नशा हो।   
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'''प्रयोग'''- लाला हरदेव नंदन बचपन से ही कुँवर साहब के जाने माने दोस्त रहे गहरी छनती रही दोनों में।--रा. रा. प्र. सिंह।
'''प्रयोग'''- लाला हरदेव नंदन बचपन से ही कुँवर साहब के जाने-माने दोस्त रहे, '''गहरी छनती''' रही दोनों में। ...(राजा राधारमण प्रसाद सिंह)




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12:47, 21 अप्रैल 2018 के समय का अवतरण

गहरी छनना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।

अर्थ-

  1. घनिष्ठता होना।
  2. ऐसी भाँग छानना जिससे तेज़ नशा हो।

प्रयोग- लाला हरदेव नंदन बचपन से ही कुँवर साहब के जाने-माने दोस्त रहे, गहरी छनती रही दोनों में। ...(राजा राधारमण प्रसाद सिंह)


टीका टिप्पणी और संदर्भ

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