कविता भाटिया (वार्ता | योगदान) ('''' अरण्यरोदन सिद्ध होना''' एक प्रचलित कहावत लोकोक्त...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replacement - "{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}}" to "{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}}{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे2}}") |
||
पंक्ति 9: | पंक्ति 9: | ||
<references/> | <references/> | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}} | {{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}}{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे2}} | ||
[[Category:हिन्दी मुहावरे एवं लोकोक्ति कोश]] | [[Category:हिन्दी मुहावरे एवं लोकोक्ति कोश]] | ||
[[Category:कहावत लोकोक्ति मुहावरे]] | [[Category:कहावत लोकोक्ति मुहावरे]] | ||
[[Category:साहित्य कोश]] | [[Category:साहित्य कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
12:16, 20 अप्रैल 2018 के समय का अवतरण
अरण्यरोदन सिद्ध होना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है ।
अर्थ -जंगल में रोना( अर्थात् जिसे सुननेवाला न हो)
प्रयोग -उन्होंने कौंसिल में बड़ा शोर मचाया। पर यह अरण्यरोदन सिद्ध हुआ। प्रेमचंद