कविता भाटिया (वार्ता | योगदान) (''''आहट मिलना''' एक प्रचलित कहावत लोकोक्ति मुहावरे|लो...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replacement - "{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}}" to "{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}}{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे2}}") |
||
पंक्ति 9: | पंक्ति 9: | ||
<references/> | <references/> | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}} | {{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}}{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे2}} | ||
[[Category:हिन्दी मुहावरे एवं लोकोक्ति कोश]] | [[Category:हिन्दी मुहावरे एवं लोकोक्ति कोश]] | ||
[[Category:कहावत लोकोक्ति मुहावरे]] | [[Category:कहावत लोकोक्ति मुहावरे]] | ||
[[Category:साहित्य कोश]] | [[Category:साहित्य कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
12:06, 20 अप्रैल 2018 के समय का अवतरण
आहट मिलना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है ।
अर्थ -किसी के आने- जाने बोलने चालने हिलने डोलने आदि से होने वाले शब्द सें यह पता चलना कि कहीं कोई आया है या कोई बात हो रही है
प्रयोग -मुझे जैसे ही आहट लगी कि मैं उठ बैठा और डंडा लेकर चोरों के पीछे भागने लगा।