आँखें बिछाना
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आँखें बिछाना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- स्नेह या आदरपूर्वक किसी का स्वागत करना।
प्रयोग-घर पर कौन तुम्हारी स्त्री है कि तुम्हारे लिए आँखें बिछाए बैठी होगी। - (जवाहर सिंह)