आँख बिछाना

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आँख बिछाना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।

अर्थ- प्रतीक्षा करना

प्रयोग- लोकनायक जयप्रकाश नारायण जिधर जाते थे उधर ही जनता उनके लिए आँखें बिछाए खड़ी होती थी।

टीका टिप्पणी और संदर्भ

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