उत्तर न बन पड़ना
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:12, 20 अप्रैल 2018 का अवतरण (Text replacement - "{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}}" to "{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}}{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे2}}")
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
उत्तर न बन पड़ना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है ।
अर्थ -कोई उत्तर न सूझना,उत्तर देने में असमर्थ होना।
प्रयोग -चेतन को लगा,वे कोने से छड़ी लाकर उसे अभी पीटेंगे। वह अपने आप में सिमट गया और उससे कोई उत्तर नहीं बन पड़ा।-(अश्क)