कँकरीला - विशेषण (हिन्दी कंकड़) (स्त्रीलिंग कँकरीली)[1]
कंकड़ मिला हुआ। जिसमें कंकड़ अधिक हों।
उदाहरण-
फिरि फिरि भूलि उहै गहै, पिय कँकरीली गैल। - कवि बिहारी
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 729 |
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