कचियाना - क्रिया अकर्मक (हिन्दी कच्चा)[1]
- दिल कच्चा करना।
- साहस छोड़ना।
- हिम्मत हारना।
- तत्पर न रहना।
- डर जाना।
- पीछे हटना।
- लज्जित होना।
- शर्माना।
- झेंपना।
- संयोजक क्रिया - जाना।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 738 |
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