कंसमथन - संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत)[1]
कंसहंता। श्रीकृष्ण
उदाहरण-
जामैं पुनि-पुनि अवतरे, कंसमथन प्रभु अंस। - भूषण ग्रंथावली[2]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
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उदाहरण-
जामैं पुनि-पुनि अवतरे, कंसमथन प्रभु अंस। - भूषण ग्रंथावली[2]
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