कजफहमी - संज्ञा स्त्रीलिंग (फ़ारसी कज+अरबी फहम+फ़ारसी ई प्रत्यय)[1]
- उलटी समझ। मूर्खता।
उदाहरण-
पीसता है महारूओं को सदा कैसी कजफहमी पै चर्खे मीर है। - भारतेंदु ग्रंथावली[2]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 744 |
- ↑ भारतेंदु ग्रंथावली, भाग 2, पृष्ठ 861, सम्पादक विश्वनाथप्रसाद मिश्र, नागरी प्रचारिणी सभा, काशी, प्रथम संस्करण
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