कचरकूट - संज्ञा पुल्लिंग (हिन्दी कचरना+कूटना)[1]
- खूब पीटना और लतियाना।
- मारकूट।
क्रिया प्रयोग - करना। मचाना।
- खूब भरपेट भोजन।
- इच्छाभोजन।
उदाहरण -
तो कोई गोश्त रोटी और कबाब की कचरकूट मचा चला। - प्रेमघन सर्वस्व[2]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
|