कंठली - (काव्य प्रयोग, पुरानी हिन्दी) संज्ञा स्त्रीलिंग (हिन्दी कंठला)[1]
उदाहरण-
दुसेन्या दुरस्सी कड़े कंठली सी। - राजरूपक[2]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 722 |
- ↑ राजरूपक, सम्पादक पण्डित रामकर्ण, नागरी प्रचारिणी सभा, काशी, प्रथम संस्करण, पृष्ठ 32
संबंधित लेख
|