कच्छा - संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत कच्छ=नाव का एक भाग)[1]
1. एक प्रकार की बड़ी नाव जिसके छोर चपटे और बड़े होते हैं। इसमें दो पतवारें लगती हैं।
2. कई बड़ी-बड़ी नावों, विशेषतः पटैलों को एक में मिलाकर तैयार किया हुआ बड़ा बेड़ा या नाव।
मुहावरा- 'कच्छा पाटना' = कई कच्छों या पटैलों को एक साथ बांधकर पाटना।
कच्छा - संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत कच्छ)
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 743 |
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