कँसेरा - संज्ञा पुल्लिंग (हिन्दी काँसा + एरा प्रत्यय)[1]
उदाहरण-
हाट करे ओ प्रथम प्रवेश, अष्टधातु षटना पङ्गारे, कँसेरी पसराँ काँस्य कँङ्गारा। - कीर्तिलता[2]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 732 |
- ↑ कीर्तिलता, पृष्ठ 28, सम्पादक बाबूराम सक्सेना, नागरी प्रचारिणी सभा, वाराणसी, तृतीय संस्करण
संबंधित लेख
|