कंच

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

कंच - संज्ञा पुल्लिंग (हिन्दी)[1]

कंचन

उदाहरण

संत सो पूर है सूर माँडे रहै कंच कुच आदि नहि और आवे।[2]


कंच' - संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत काच)

'काँच'।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिंदी शब्द सागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी.ए. (मूल सम्पादक) |प्रकाशक: शंभुनाथ वाजपेयी द्वारा, नागरी मुद्रण वाराणसी |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 718 |
  2. गुलाल बानी, बेलवेडियर प्रेस, इलाहाबाद, 1910 ई., पृष्ठ 101

संबंधित लेख