कच्चे बच्चे - संज्ञा पुल्लिंग (हिन्दी कच्चा बच्चा का बहुवचन)[1]
1. बहुत छोटे-छोटे बच्चे। बहुत से लड़के बाले। जैसे- इतने कच्चे बच्चे लिए हुए तुम कहाँ फिरोगे।
2. संतति।
उदाहरण- कला कल्पना की नूतन सृष्टि में है, प्रकृति के ज्यों के त्यों चित्रण में नहीं। काव्य कल्पना का लोक है। ये सब उक्त बेल बूटे वाली हल की धारणा के कच्चे बच्चे हैं। - चिंतामणि[2]
विशेष- यह शब्द बहुवचन रूप में ही प्रचलित है।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 742 |
- ↑ चिंतामणि, भाग 2, पृष्ठ 169, रामचन्द्र शुक्ल, इण्डियन प्रेस लिमिटेड, प्रयाग
संबंधित लेख
|