कंपास - संज्ञा स्त्रीलिंग (अंग्रेज़ी)[1]
एक प्रकार का यंत्र जिससे दिशाओं का ज्ञान होता है। दिग्दर्शक। कुतुबनुमा।
विशेष- यह एक छोटी सी डिबिया होती है जिसमें चुम्बक की एक छोटी सी सुई होती है जिसका सिरा सदा उत्तर को रहता है। इससे लोगों को दिशाओं का ज्ञान होता है। यह समुद्र में माझियों और स्थल में नापने वालों और नकशे बनाने वालों के लिये बड़ा उपयोगी है।
यौगिक- कंपासघर = जहाज में वह स्थान जहाँ कंपास रहता है।
2. परकार। ज्यामिति में काम में आने वाला एक मापयंत्र।
3. एक यंत्र जिससे पैमाइश में लैन डालते समय समकोण का अनुमान किया जाता है। अंग्रेज़ी राइटैंगिल।
मुहावरा- कंपास लगाना = (1) नापना। (2) ताक झाँक करना। फँसाने की घात में रहना।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 727 |
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