कचक - (प्रान्तीय प्रयोग) संज्ञा स्त्रीलिंग (हिन्दी कचट)[1]
वह चोट जो दबने से लगे। कुचल जाने की चोट।
क्रिया प्रयोग- लगना।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 736 |
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