कंटा - संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत कांड)[1]
डेढ़ बालिश्त की एक पतली लकड़ी, जिसके एक छोर पर चपड़े का एक टुकड़ा लगा रहता है जिससे चुरिहारे चूड़ी रँगते हैं।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 721 |
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