कटकाई - (काव्य प्रयोग, पुरानी हिन्दी) संज्ञा स्त्रीलिंग (हिन्दी कटक+आई प्रत्यय)[1]
- सेना, फौज।
- दलबल के साथ चलने की तैयारी।
उदाहरण-
चहुँ दिसि सान साँटिया फेरी। भै कटकाई राजा केरो। - जायसी ग्रंथावली[2]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 747 |
- ↑ जायसी ग्रंथावली, पृष्ठ 54, सम्पादक रामचंद शुक्ल, नागरी प्रचारिणी सभा, काशी, द्वितीय संस्करण
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