कटताल - संज्ञा पुल्लिंग (हिन्दी काठ+ताल)[1]
- काठ का बना हुआ।
- एक बाजा जिसे करताल भी कहते हैं।
उदाहरण-
(क) कंसताल कटताल सजावत शृन्ग मधुर मुंहभंग। मधुर खंजरी, पटह, पणव, मिलि सुख पावत रत भंग। - सूरदास
(ख) बचे सिर के करिकें कटताल। रचे जिनि तंडव नाच कराल। - सुजानचरित[2]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 747 |
- ↑ सुजानचरित (सूदनकृत), पृष्ठ 34, सम्पादक राधाकृष्ण, नागरी प्रचारिणी सभा, काशी, प्रथम संस्करण
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