कटवाँ - विशेषण (हिन्दी कटना+वाँ प्रत्यय)[1]
- जो काटकर बना हो।
- जिसमें कटाई का काम हो।
- कटा हुआ।
मुहावरा- 'कटवाँ ब्याज' = वह ब्याज जो मूलधन का कुछ अंश चुकता होने पर शेष अंश पर लगे।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 749 |
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