कचकाना - (प्रान्तीय प्रयोग) क्रिया सकर्मक (हिन्दी कचकना)[1]
1. कच से धँसना। झोंकना।
2. किसी खरी पतली चीज़ को हाथ से दबाकर तोड़ना या फोड़ना।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 736 |
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