कंजूस - विशेषण (संस्कृत कण + हिन्दी चूस) (संज्ञा कंजूसी)[1]
जो धन का भोग न करे। जो न खाये और खिलावे। कृपण। सूम। मक्खीचूस।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 720 |
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