ककोड़ा - संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत कर्कोटक, पाली कक्कोडक)[1]
खेखसा। ककरौल।
उदाहरण-
कुँदरू और ककोड़ा कौरे। कचरी चार चचेंड़ा सौरे। - सूरदास
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 734 |
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