कचबची - संज्ञा स्त्रीलिंग (हिन्दी कचपच)[1]
चमकीले बुंदे जिन्हें स्त्रियाँ शोभा के लिये मस्तक, कनपटी औरर गाल पर चिपकाती हैं। खोरिया। सितारा। तारा। चमकी।
उदाहरण- घालि कचबची टीका सजा। तिलक जो देख ठाउँ जिउ तजा। - मलिक मुहम्मद जायसी
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 737 |
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