कचार | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- कचार (बहुविकल्पी) |
कचार - संज्ञा पुल्लिंग (हिन्दी कछार)[1]
- नदी के किनारे उस स्थान का जल, जहाँ कीचड़ या दलदल के कारण बबूले उठते हैं और जहाँ नाव नहीं चढ़ सकती।
कचार - (ग्राम्य प्रयोग) संज्ञा स्त्रीलिंग
- (कचरा या कचड़ा) खाद।
क्रिया प्रयोग - काढ़ना। डालना। फेंकना। हटाना।
कचार - संज्ञा स्त्रीलिंग (हिन्दी कचारना)
- कचारने का काम या भाव।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 738 |
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