कंगु - संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत कङ्गु)[1]
कंगनी धान्य (भावप्रकाश में इसके चार प्रकार कहे गये हैं।)
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिंदी शब्द सागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी.ए. (मूल सम्पादक) |प्रकाशक: शंभुनाथ वाजपेयी द्वारा, नागरी मुद्रण वाराणसी |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 718 |
संबंधित लेख
|