कञोण - (काव्य प्रयोग, पुरानी हिन्दी) सर्वनाम (हिन्दी)[1]
- कौन।
उदाहरण-
फरमान भेल कञोण चाहि, तिरहुति लेलि जन्हि साहि। - कीर्तिलता[2]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 746 |
- ↑ कीर्तिलता, पृष्ठ 58, सम्पादक बाबूराम सक्सेना, नागरी प्रचारिणी सभा, काशी, तृतीय संस्करण
संबंधित लेख
|