कंजूस

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 10:59, 18 अक्टूबर 2021 का अवतरण (''''कंजूस''' - विशेषण (संस्कृत कण + हिन्दी चूस) (संज्...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

कंजूस - विशेषण (संस्कृत कण + हिन्दी चूस) (संज्ञा कंजूसी)[1]

जो धन का भोग न करे। जो न खाये और खिलावे। कृपण। सूम। मक्खीचूस।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 720 |

संबंधित लेख