कक्की
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 08:29, 30 अक्टूबर 2021 का अवतरण (''''कक्की''' - (काव्य प्रयोग, पुरानी हिन्दी) संज्ञा स...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
कक्की - (काव्य प्रयोग, पुरानी हिन्दी) संज्ञा स्त्रीलिंग (देशज)[1]
एक प्रकार का छोटा वृक्ष जिसकी पत्तियाँ चारे के काम आती हैं।
विशेषण 'कठसेमल'
कक्की संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत कङ्क)
गाँसीदार, बाण।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 735 |
संबंधित लेख
|