कंदर

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कंदर - संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत कन्दर) (स्त्रीलिंग कंदरा)[1]

1. गुफा। गुहा।

उदाहरण- कंदर खोह नदी नद नारे। अगम अगाध न जाहि निहारे। - तुलसी साहब की शब्दावली[2]

2. अंकुश।

3. सोंठ। शुंठी[3]

4. मेघ। बादल[4]


कंदर - (काव्य प्रयोग, पुरानी हिन्दी) संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत कन्दर)

मूल। जड़।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 724 |
  2. तुलसी साहब की शब्दावली (हाथरस वाले‌) बेलवेडियर प्रेस, इलाहाबाद, 1909, 1911
  3. अन्य कोश
  4. अन्य कोश

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