कंठगत

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कंठगत - विशेषण (संस्कृत कण्ठगत)[1]

गले में प्राप्त। गले में स्थित। गले में आया हुआ। गले में अटका हुआ।

मुहावरा- प्राण कंठगत होना = प्राण निकलने पर होना। मृत्यु का निकट आना।

उदहरण- प्राण कंठगत भयउ भुवालू। - तुलसी[2]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 721 |
  2. तुलसी साहब की शब्दावली (हाथरस वाले‌) बेलवेडियर प्रेस, इलाहाबाद, 1909, 1911

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