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1. श्रानंद।
1. आनंद।


2. पाप का या फल का भोग<ref>अन्य कोश</ref>।
2. पाप का या फल का भोग<ref>अन्य कोश</ref>।

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कंख - संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत कङ्ख)[1]

1. आनंद।

2. पाप का या फल का भोग[2]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिंदी शब्द सागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी.ए. (मूल सम्पादक) |प्रकाशक: शंभुनाथ वाजपेयी द्वारा, नागरी मुद्रण वाराणसी |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 718 |
  2. अन्य कोश

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