"कच्ची गोली": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
No edit summary
 
पंक्ति 4: पंक्ति 4:
*ऐसी गोली खेलने में जल्दी टूट जाती है।
*ऐसी गोली खेलने में जल्दी टूट जाती है।


'''[[मुहावरा]]'''-  
'''[[मुहावरा]]''' - 'कच्ची गोली खेलना' =  
'कच्ची गोली खेलना' =  
*नातर्जुबे रहना।  
*नातर्जुबे रहना।  
*नातजुर्बेकार होना।  
*नातजुर्बेकार होना।  
पंक्ति 12: पंक्ति 11:
'''उदाहरण''' -
'''उदाहरण''' -


यहाँ किसी ने कच्ची गोलियाँ नहीं खेली हैं। क्या मुफ्त की अशर्फियाँ हैं। - फिसाना ए आज़ाद<ref>फिसाना ए आज़ाद, भाग तीन, पृष्ठ 553,पण्डित रतननाथ 'सरशार', नवलकिशोर प्रेस, [[लखनऊ]], चतुर्थ संस्करण</ref>
यहाँ किसी ने कच्ची गोलियाँ नहीं खेली हैं। क्या मुफ़्त की [[अशर्फी|अशर्फियाँ]] हैं। - फिसाना ए आज़ाद<ref>फिसाना ए आज़ाद, भाग तीन, पृष्ठ 553,पण्डित रतननाथ 'सरशार', नवलकिशोर प्रेस, [[लखनऊ]], चतुर्थ संस्करण</ref>


{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}

09:29, 14 नवम्बर 2021 के समय का अवतरण

कच्ची गोली - संज्ञा स्त्रीलिंग (हिन्दी कच्ची+गोली)[1]

  • मिट्टी की गोली जो पकाई न गई हो।
  • ऐसी गोली खेलने में जल्दी टूट जाती है।

मुहावरा - 'कच्ची गोली खेलना' =

  • नातर्जुबे रहना।
  • नातजुर्बेकार होना।
  • अनाड़ीपन करना।

उदाहरण -

यहाँ किसी ने कच्ची गोलियाँ नहीं खेली हैं। क्या मुफ़्त की अशर्फियाँ हैं। - फिसाना ए आज़ाद[2]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 741 |
  2. फिसाना ए आज़ाद, भाग तीन, पृष्ठ 553,पण्डित रतननाथ 'सरशार', नवलकिशोर प्रेस, लखनऊ, चतुर्थ संस्करण

संबंधित लेख