"कचेल": अवतरणों में अंतर

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'''कचेल''' - [[संज्ञा]] [[पुल्लिंग]] ([[संस्कृत]])<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक= श्यामसुंदरदास बी. ए.|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=नागरी मुद्रण, वाराणसी |संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=739|url=|ISBN=}}</ref>
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1. वह डोर जिसमें काग़ज़ पत्र, [[ग्रंथ]] आदि रखे जाएँ।
*वह डोर जिसमें [[काग़ज़]], पत्र, [[ग्रंथ]] आदि रखे जाएँ।
 
*वह आवरण या जिल्द जिसमें काग़ज़, पत्र सुरक्षित रखे जाएँ<ref>अन्य कोश</ref>।
2. वह आवरण या जिल्द जिसमें काग़ज़ पत्र सुरक्षित रखे जाएँ<ref>अन्य कोश</ref>।


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08:39, 8 नवम्बर 2021 के समय का अवतरण

कचेल - संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत)[1]

  • वह डोर जिसमें काग़ज़, पत्र, ग्रंथ आदि रखे जाएँ।
  • वह आवरण या जिल्द जिसमें काग़ज़, पत्र सुरक्षित रखे जाएँ[2]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 739 |
  2. अन्य कोश

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