"कंधा": अवतरणों में अंतर
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3. बैल की गर्दन का वह भाग जिस पर जुआ रखा जाता है। | |||
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कंधा डालना = (1) बैल का अपने कंधे से जुआ फेंकना। जुआ डालना। | |||
(2) हिम्मत हारना। थक जाना। साहस छोड़ना। | |||
कंधा लगना = जुए की रगड़ से कंधे का छिल जाना। | |||
उदाहरण- लग गया कंधा बला से लग गया। - चुभते<ref>चुभते चौपदे, पृष्ठ 37, [[अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध']], खड्गविलास प्रेस, [[पटना]], प्रथम संस्करण</ref> | |||
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06:59, 23 अक्टूबर 2021 के समय का अवतरण
कंधा - संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत स्कंध, प्राकृत कंध)[1]
1. मनुष्य के शरीर का वह भाग जो गले और मौढ़े के बीच में है।
मुहावरा
कंधा देना = (1) अरथी में कंथा लगाना। अरथी को कंधे पर लेना या लेकर चलना। शव के साथ अमशान तक जाना। (2) सहारा देना। सहायता देना। मदद देना।
कंधा बदलना = (1) बोझ को एक कंधे से दूसरे कंधे पर लेना। (2) बोझ को दूसरे के कंधे पर से अपने कंधे पर लेगा।
कंधा भरना; कंधा भर जाना = बोझ के कारण पालकी ढोने वालों के कंधे का फूल जाना या भारीपन जान पड़ना।
कंधा लगना = पहले पहल या दूर तक पालकी आदि ढोने से कंधे का कल्लाना।
कंधे की उड़ान = मालखंभ की एक कसरत, जिसमें कंधे के बल उड़ते हैं।
2. बाहुमूल। मोढ़ा।
मुहावरा
कंधे से कंधा छिलना = बहुत अधिक भीड़ होना। जैसे- मंदिर के फाटक पर कंधे से कंधा मिलता था, भीतर जाना कठिन था।
3. बैल की गर्दन का वह भाग जिस पर जुआ रखा जाता है।
मुहावरा
कंधा डालना = (1) बैल का अपने कंधे से जुआ फेंकना। जुआ डालना।
(2) हिम्मत हारना। थक जाना। साहस छोड़ना।
कंधा लगना = जुए की रगड़ से कंधे का छिल जाना।
उदाहरण- लग गया कंधा बला से लग गया। - चुभते[2]
कंधे से कंधा मिलाना = अवसर पड़ने पर पूर्ण सहयोग देना।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 726 |
- ↑ चुभते चौपदे, पृष्ठ 37, अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध', खड्गविलास प्रेस, पटना, प्रथम संस्करण
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