"कच्चा चूना": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
No edit summary |
|||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
'''कच्चा चूना''' - [[संज्ञा]] [[पुल्लिंग]] ([[हिन्दी]] कच्चा+चूना)<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक= श्यामसुंदरदास बी. ए.|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=नागरी मुद्रण, वाराणसी |संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=740|url=|ISBN=}}</ref> | '''कच्चा चूना''' - [[संज्ञा]] [[पुल्लिंग]] ([[हिन्दी]] [[कच्चा]]+[[चूना पत्थर|चूना]])<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक= श्यामसुंदरदास बी. ए.|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=नागरी मुद्रण, वाराणसी |संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=740|url=|ISBN=}}</ref> | ||
चूने की कली जो पानी में न बुझाई गयी हो। | *चूने की कली (टुकड़ा) जो [[पानी]] में न बुझाई गयी हो। | ||
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | {{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} |
06:05, 8 नवम्बर 2021 के समय का अवतरण
कच्चा चूना - संज्ञा पुल्लिंग (हिन्दी कच्चा+चूना)[1]
- चूने की कली (टुकड़ा) जो पानी में न बुझाई गयी हो।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 740 |
संबंधित लेख