कंचुकी (स्त्रीलिंग)

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 07:17, 18 अक्टूबर 2021 का अवतरण
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
कंचुकी एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- कंचुकी (बहुविकल्पी)

कंचुकी - संज्ञा स्त्रीलिंग (संस्कृत कञ्चुकी)[1]

1. अँगिया। चोली।

उदाहरण-

कबहिं गुपाल कंचुकी फारी कब भए ऐसे जोग। - सूरसागर[2]

2. केंचुल।

उदाहरण-

सुंदर षाली कंचुकी नीकसि भागौ साँप। - सुंदरदास ग्रंथावली[3]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 719 |
  2. सूरसागर (दो भाग), नागरी प्रचारिणी सभा, द्वितीय संस्करण, 10।774
  3. सुंदरदास ग्रंथावली (दो भाग), पृष्ठ 710, सं. हरिनारायण शर्मा, राजस्थान रिसर्च सोसायटी, कलकत्ता, प्रथम संस्करण

संबंधित लेख