कउतुक
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कउतुक - (काव्य प्रयोग, पुरानी हिन्दी) संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत कौतुक)[1]
उदाहरण-
भन विद्यापति कामे रमनि रति, कउतुक बुझ रसमंत। - विद्यापति[2]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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