ककेड़ा

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 11:01, 27 अक्टूबर 2021 का अवतरण (''''ककेड़ा''' - संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत कर्कटक, प्...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

ककेड़ा - संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत कर्कटक, प्राकृत कक्कटक)[1]

एक बेल जिसके फल साँप के आकार के होते हैं और तरकारी के काम आते हैं। चिचड़ा।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 734 |

संबंधित लेख