कचकोल

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कचकोल - संज्ञा पुल्लिंग (फ़ारसी कजकोल)[1]

1. दरियाई नारियल का भिक्षापात्र जिसे फकीर लिये रहते हैं।

उदाहरण- सो कचकोल साबित तवक्कुल किया। - [2]

2. कपाल। कासा।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 736 |
  2. दक्खिनी गद्य और पद्य, पृष्ठ 146, सम्पादक श्रीराम शर्मा, हिन्दी प्रचार सभा हैदराबाद, प्रथम संस्करण

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