कचालू

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कचालू - संज्ञा पुल्लिंग (हिन्दी कच्चा आलू)[1]

1. एक प्रकार की अरुई। बंडा।

2. एक प्रकार की चाट। उबाले हुए आलू या बंडे के कतरे जिसमें नमक, मिर्च, खटाई आदि चरपरी चीजें मिली रहती हैं।

3. कमरख, अमरूद, खीरे, ककड़ी आदि के छोटे-छोटे टुकड़े जिनमें नमक, मिर्च मिली रहती है।

मुहावरा- कचालू करना या बनाना = खूब पीटना।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 738 |

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