कचियाना

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कचियाना - क्रिया अकर्मक (हिन्दी कच्चा)[1]

1. दिल कच्चा करना। साहस छोड़ना। हिम्मत हारना। तत्पर न रहना।

2. डर जाना। पीछे हटना।

3. लज्जित होना। शर्माना। झेंपना।

संयोजक क्रिया- जाना।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 738 |

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