कछुवा

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:00, 20 नवम्बर 2021 का अवतरण (''''कछुवा''' - संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत कच्छप)<ref>{{पु...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

कछुवा - संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत कच्छप)[1]

कछुआ

उदाहरण-

कमठ ध्यान कछुवा मत ताकौ। ऐसी सुरत नाम से राखी। - घट रामायण[2]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 744 |
  2. घट रामायण, भाग 2, पृष्ठ 217, सतगुरु तुलसी साहिब, बेलवेडियर प्रेस, इलाहाबाद, तृतीय संस्करण

संबंधित लेख