कटारी

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कटारीसंज्ञा स्त्री०, हिं० भाषा के कटार का ही स्वरूप है। अन्य अर्थों में भी प्रयुक्त होता है -

  • छोटा कटार।
  • नारियल के हुक्के बनाने वालों का वह औज़ार जिससे वे नारियल को खुरचकर चिकना करते हैं।
  • (पालकी उठानेवाले कहारों की बोली में) रास्ते में पड़ी हुई नोंकदार लकड़ी।[1]




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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 750 |

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